पर्ची वाले बाबा पंडित अजय उपाध्याय जी के मधुर वाणी से राम कथा का आयोजन

भव्य राम कथा का आयोजन गोरकापाली में दिनाँक 17 अप्रैल 2025 से चालू हुआ एवं 25 अप्रैल 2025 को खत्म हुआ इस राम कथा के कथावाचक आदरणीय पंडित अजय उपाध्याय गोड़म (चित्रकूट) के द्वारा किया जा रहा था कथा के मध्य तीन दिवस दिव्य दरबार भी लगाया गया जहाँ सैकड़ो लोगो के पर्चे निशुल्क बनाया गया था।
कथा के अंतिम दिवस 24 तारीख को श्री सिद्ध हनुमान मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश वैष्णव जी एवं मंदिर के वरिष्ठ सदस्य हाईकोर्ट अधिवक्ता चितरंजय पटेल जी, कोंडके मौर्य जी, अमित तम्बोली,रिंकू निर्मलकर एवं साहू जी पहुँच कर शुन्दर कांड एवं लंका कांड का कथा श्रवण किये कथा के मध्य में कथावाचक अजय उपाध्याय जी ने व्यास पीठ से श्री सिद्ध हनुमान मंदिर में प्रत्येक मंगलवार को होने वाले महाआरती की प्रसंसा किये और ये भी बतलाये की वो स्वयं 68 वा महाआरती में शामिल हुये थे और अभी 101 महाआरती पूर्ण हो चुका है एवं इस महाआरती में नए नए कथावाचक, ब्राम्हण, साधू, संत, महात्मा को आमंत्रित किया जाता है। अमित तम्बोली ने बतलाये की हनुमान मंदिर परिवार के पुजारी सहित सभी सदस्यों को व्यासपीठ पर आमंत्रित का राम नाम की पट्टे आशीर्वाद स्वरूप दिया गया फिर आयोजक पटेल परिवार के मुख्य यजमान के द्वारा सभी को श्रीफल एवं भगवा तौलिया भेट कर सम्मानित किया गया।
पंडित ओमप्रकाश वैष्णव जी के निवेदन पर कथावाचक के द्वारा जय श्री राम, जय हनुमान के जयकारे के साथ सामुहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया आयोजक परिवार ने सभी सदस्यों को सम्मान पूर्वक निवास पर लाये एवं जलपान करवाये कथा निरतंर आगे की वोर बढ़ रहा था लंका कांड के अंत मे रावण की मृत्यु हो गई सत्य की जीत हुई असत्य का हार हुआ कथा के विश्राम में श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार के द्वारा एवं पंडाल में मौजूद भाक्तो के द्वारा 51 दीपो से सजी महाआरती किया गया फिर पुष्पाजंलि शान्ति हुई।
हमारे वरिष्ठ सदस्य हाईकोर्ट अधिवक्ता चितरंजय पटेल के द्वारा महराज जी को निवेदन कर कश्मीर में 26 हत्या की निंदा किये जात नही धर्म पूछ कर जान से मार दिये है इस लिये हमें जातियों मे नही बटना है सभी हुन्दुओ को एक हो के रहना एकता में मजबूती की बात बतलाये एवं 1000 भाक्तो के द्वारा 2मिनट का मौन रखा गया भाक्तो से भरे पंडाल इतना शान्त हो गया कि घड़ी की सुई की टिक टिक आवाज सुनाई देने लगा।
आयोजक पटेल परिवार ने सभी कथा श्रवण करने भक्तो को साधुवाद दिये एवं भंडारा प्रसाद लेके जाने की विनती किये।












