04 मार्च की शाम आदरणीय अतिथि पंडित जी के साथ नवनिर्वाचित न.प.अध्यक्ष हुये शामिल

जैसे की आप सभी को ज्ञात है कि हमारे नगर के ह्रदय स्थल पर स्थित श्री सिद्ध हनुमान जी के द्वारा पर 51 दीपो की महाआरती करते करते अब शतक के करीब पहुँच चुका है।
04 मार्च 2025 मंगलवार को महाआरती जो अतिथि पंडित शामिल हुए थे उसके बार मे मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश वैष्णव जी ने बतलाया कि जब वो युवा थे और वृंदावन में एक साथ शिक्षा प्राप्ति की शिक्षा ग्रहण कर रहे थे उस समय अतिथि पंडित मोहन महराज जी से घनिष्ठ मित्रता थी तभी से शोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में बने हुये थे पुजारी जी पंडित जी से पहले ही बोल रखे थे कि आप काफी दूर रहते है नही तो आपको भी महाआरती में शामिल करवाते इस बात पर महराज जी ने अपने शखा से कहा जिस दी हमारे हनुमान जी की कृपा रही हम जरूर पहुँच जायेंगे बजरंगबली स्वयं रास्ता तैयार कर देंगे बस फिर क्या हुआ वो दिन आगया सक्ति से महज 20 km की दूरी पर नवरंगपुर(अडिल) ग्राम है वहाँ पटेल परिवार के द्वारा श्री मद भागवत कथा वाचक के लिये आमंत्रित किया गया ओमप्रकाश वैष्णव जी तो महराज जी के फेसबुक को पहले से फॉलो कर ही रहेथे जैसे ही भागवत कथा प्रारंभ हुआ श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार पुजारी सहीत कथा श्रवण करने पहुँचे कथा का रसपान करने के पश्चात दोनों शखा वर्षों के बाद मिलेथे एक दूसरे से गले लगे और सभी सदस्यों ने मिलकर महाआरती में शामिल होने के लिये आमंत्रित किये फिर क्या था इतने पुराने मित्र की बात कोई कैसे टालते खुशी खुशी निमंत्रण को स्वीकार किये और 04 तारीख की शाम अपने समय से पूर्व 6:30 सक्ति पहुँच गये तब 30 मिनट का समय बाकी था तो महराज जी को मौलीश्वर महादेव के दर्शन कराने लेके गये सवा इंच के शिवलिंग पर हनुमान जी की छाया छवि देख प्रसन्न हुये एवं धूप दीप दिखलाकर पूजा किये फिर जैसे ही आरती का समय हुआ पंडित जी हनुमान गेट के पास पहुँचे और आगे का कार्यक्रम तो आप सभी जानते ही है।
आदरणीय कथावाचक पंडित मोहन महाराज जी न अपने आशीर्वचन मे कहाँ की ये जो महाआरती का आयोजन यहाँ सक्ति में हो रहा है वो वैसा ही कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में क्या पूरे भारत मे होना चाहिये सभी भक्तो को भगवान से जोड़े रखना चाहिये और कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के माथे में तिलक होना चाहिये और अपने एवं पुजारी जी के मित्रता के बारे में भी चर्चा किये
-:आज के कार्यक्रम:-
मंगलवार: 04 मार्च 2025
महाआरती: 94वा
मुख्य अतिथि: पंडित श्री मोहन महराज रायपुर (कथावाचक/आचार्य)
मंदिर के मार्गदर्शक: पंडित श्री देवी प्रसाद वैष्णव जी
मंदिर के पुजारी: पंडित श्री ओमप्रकाश वैष्णव जी
कार्यक्रम संचालक: नारायण प्रसाद मौर्य(कोंडके जी)
यादगार तस्वीर ली गई: अमित तम्बोली
सुबह का श्रृंगार: महेन्द्र गबेल सक्ति के द्वारा
संध्या का श्रृंगार: लता गबेल सक्ति के द्वारा
दीप प्रज्वलित: महिला समूह के द्वारा
प्रसाद: नंदकिशोर तम्बोली सक्ति एवं याता यात थाना सक्ति,
नमकीन प्रसाद: अमित सुनीता तम्बोली सक्ति के द्वारा
सिन्दूराभिषेक: सावित्री यादव सक्ति, रामगोपाल देवांगन सक्ति एवं नितिन सोनी सक्ति के द्वारा
सुंदरकांड पाठ: गीतेश कुमार पाण्डेय सक्ति, प्रथम शर्मा सक्ति, श्याम रावलनी सक्ति, खुशबू गबेल सक्ति
विशेष: (1) हमारे नवनिर्वाचित नगरपालिका अध्यक्ष अपने सपथ ग्रहण के एक दिन पूर्व हनुमान जी के चरणों मे माथा टेक कर आशीर्वाद लिये एवं महाआरती कर पूरे कार्यक्रम में इत्मीनान से रहे
(2) नगरपालिका अध्यक्ष के सपथ ग्रहण के पहले श्याम सुंदर अग्रवाल जी ने श्री सिद्ध हनुमान में बिजली से चलित आरती वाद्य यंत्र भेट किया इस पर नगड़ा, घन्टी, विजय घन्ट, मंजीरा के साथ शंख की ध्वनि एवं हुल हुली की आवाज भी आती है
(3) सौमित्र न्यूज के संपादक राजीव लोचन जी के द्वारा लाये गये कुम्भ के जल का छिड़काव सभी शामिल हुये भाक्तो पर किया गया।




















