श्री सिद्ध हनुमान मंदिर सक्ती के 108 महाआरती मे शामिल हुये महामंडलेश्वर अमृतानंद सरस्वती जी

खबर आंखों देखी:- जैसे कि आप सभी को पता है कि हनुमान गेट के पास दो पीपल वृक्ष के मध्य विराजे श्री सिद्ध हनुमान जी यहाँ प्रत्येक मंगलवार को एक नये ब्राम्हण के सानिध्य में महाआरती किया जाता है। हम मंदिर के सभी सदस्यों को एक नये ब्राम्हण की तलाश हमेशा रहता है। इसी सबन्ध में इस बार मंदिर परिवार के सभी सदस्यों के सहमति से हमारे सक्ती के सबसे बडे महाराज जी को आमंत्रित करने का फैसला लिया गया।
और फिर 07 तारीख की दोपहर को मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश वैष्णव जी एवं कोडके मौर्य, अमित तम्बोली पंडित जी के निवास पुराना स्टेट बैक के पीछे ज्योतिष परामर्श में पहुँचे वहाँ महामंडलेश्वर अमृतानंद सरस्वती जी भरत महराज जी से मुलाकात हुई तीनो ने महराज जी के चरणस्पर्श कर प्रणाम किये फिर बैठ कर महाआरती के विषय मे चर्चा किये एवं निमंत्रण दिये आदरणीय जी ने हमारा निमंत्रण स्वीकार किया और 10 तारीख को शाम सही समय मे पहुँचने की बात कहे। फिर एक बार प्रणाम कर अपने अपने निवास पर लौट चले।
अब आया शुभ दिन मंगलवार सुबह से भाक्तो का आना जाना दर्शन पूजा का कार्यक्रम चलता रहा साथ साथ पुजारी जी और सभी सदस्य भी अपने कार्य व्यवस्था मे जुटे रहे फिर समय नजदीक आने लगा भाक्तो कि भीड़ इकट्ठा होने लगीं सभी की निगाह हनुमान गेट तरफ था कि कब आज के मुख्य अतिथि महाआरती करने आये फिर सही समय जैसे ही हुआ महामंडलेश्वर अमृतानंद सस्वती जी महराज अपने निजी चार पहिया वाहन से दो सहयोगी के साथ पहुँचे वहा पर पहले से इंतजार में हनुमान मंदिर परिवार के छोटे बडे सदस्य खड़े थे सभी ने महराज जी के चरणस्पर्श कर आशीर्वाद लिये फिर जयकारा की गूंज के साथ अतिथि को लेके मंदिर की तरफ बढ़ चले आदरणीय पंडित जी हनुमान जी को प्रणाम कर मंदिर मे प्रवेश किये सभी भक्तों ने महराज जी के लिये जगह छोड़ दिये पुजारी ओमप्रकाश वैष्णव जी ने अतिथि महराज को तिलक कर चुन्नी भेट कर स्वागत किया और अतिथि जी के द्वारा रोठ प्रसाद हनुमान जी को भोग लगाया गया एवं साथ मे आये सहयोगी को तिलक कर मोती की माला पहनाकर स्वागत किये।
फिर पुजारी जी पट बन्द कर हनुमान जी के श्रृंगार में जुट गए कोडके मौर्य जी ने मंच संचालन कर कार्यक्रम की जानकारी दिये, अमित तम्बोली द्वारा कार्यक्रम के पल पल की तस्वीरों को मोबाईल मे सुरक्षित किये एवं चितरंजन पटेल जी अतिथि महराज को कार्यक्रम स्थल पर सोफे में बैठाए
कुछ देर बाद जब पट खुला तो अतिथि के साथ सभी भक्तों ने हनुमान जी के दिव्य रूप का दर्शन किये, पुजारी जी के द्वारा गणेश वंदना चालू किया गया ईधर बाहर में पामगढ़ से आये थवाईत परिवार के द्वारा पंचदीपक आरती एवं महाआरती प्रज्वलित की गई इस गणेश आरती को अतिथि पंडित जी के द्वारा किया गया फिर 51 दीपो से सजी महाआरती प्रज्वलित होने के बाद प्रथम आरती महामंडलेश्वर जी के द्वारा किया गया एवं बारी बारी सभी भाक्तो ने महाआरती किये।
महाआरती के पाश्चत सामुहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया फिर आदरणीय अतिथि को सम्मान पूर्वक मंदिर के गर्भ गृह में लाये जहाँ हनुमान जी के चरणों मे माथा टेके और आशीर्वाद प्राप्त किये एवं पुजारी जी के द्वारा हनुमान जी का छाया चित्र भी भेट किया गया। और बहुत अच्छे से हनुमान जी की कुछ कथा पुराणों के आधार पर सुनाये अश्रीवचन दिये फिर सम्मान पूर्वक अतिथि को सेल्फी जोन में लेके गये जहाँ मंदिर परिवार के सभी महिला पुरुष सदस्यों के द्वारा सामूहिक फोटो लिया गया एवं आदर पूर्वक विदाई दिया गया।
आकर्षण: आज महाआरती के साथ सभी कार्यक्रम में शामिल हुये कथावाचक राजेन्द्र जी महाराज टेमर वाले
-: आज का कार्यक्रम :-
मंगलवार: 10 जून 2025
महाआरती: 108
मुख्य अतिथि: महामंडलेश्वर अमृतानंद सरस्वती जी भरत महराज सक्ती
मंदिर के मार्गदर्शक: पंडित श्री देवी प्रसाद वैष्णव जी
मंदिर के पुजारी: पंडित श्री ओमप्रकाश वैष्णव जी
कार्यक्रम संचालक: नारायण प्रसाद मौर्य(कोंडके जी)
यादगार तस्वीर ली गई: अमित तम्बोली
सुबह का श्रृंगार: लक्ष्मी सौरभ बेदी रायपुर के द्वारा
संध्या का श्रृंगार: पलक ठाकुर सक्ती के द्वारा
दीप प्रज्वलित: थवाईत परिवार पामगढ़ के द्वारा
प्रसाद: याता यात थाना सक्ति, अंकित अग्रवाल सक्ती, पप्पू खर्रा सक्ती एवं ब्रजेश शर्मा के द्वारा सप्त अन्ना से बना खिचड़ी प्रसाद
नमकीन प्रसाद: अमित सुनीता तम्बोली सक्ति के द्वारा
सिन्दूराभिषेक: सावित्री यादव सक्ति, रामगोपाल देवांगन सक्ति, मेहुल कुमार गबेल सक्ती, अविनाश गबेल सक्ती, वेदांत चौहान सक्ती, अव्यान मित्तल कोरबा के द्वारा
सुंदरकांड पाठ: गीतेश कुमार पाण्डेय सक्ति, श्याम रावलनी सक्ति, आदित्य अग्रवाल सक्ती, अमन डालमिया सक्ती,मेहुल कुमार गबेल सक्ती, बंसल मेडिकोज सक्ती, विकाश-प्रियंका गबेल सक्ती, श्रीमती पूनम ईश्वर साहू सक्ती, शुभम कुमार गबेल सक्ती, तानीष हिमांशु राठौर सक्ती के द्वारा
विशेष: (1) मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश वैष्णव जी की बडी बहन शारदा एवं जीजा उमेश जी बराशिविन से आगमन हुआ
(2) पामगढ़ से अशोक थवाईत, रतनपुर से आरती तम्बोली, बिलासपुर से स्वाति थवाईत एवं बच्चे महाआरती में शामिल होने हेतु आये
















